Jammu and Kashmir: जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में माछिल सेक्टर(Machhal Sector in Jammu and Kashmir’s Kupwara) के फॉरवर्ड एरिया में बुधवार को एक हादसे में तीन भारतीय सैनिकों की मृत्यु होगी हो गई। तीनों सैनिक एक नियमित ऑपरेशनल टास्क पूरा कर रहे थे, जिस दौरान यह हादसा हुआ। सेना के अनुसार एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर(JCO) और दो अन्य रैंक(OR) के अधिकारियों को ले जा रहा है एक वाहन बर्फ़ से भरे रास्ते से ट्रक के फिसलने के बाद गहरी खाई में गिर गया।
सेना की चिनार कॉर्प्स(Chinar corps) ने एक ट्वीट में कहा कि जवानों के शव बरामद कर लिए गए हैं। चिनार कॉर्प्स ने ट्वीट करते हुए कहा, “घटना #ChinarWarriors मच्छल सेक्टर में फॉरवर्ड एरिया में एक नियमित ऑपरेशनल टास्क के दौरान एक JCO और दो OR का एक दल गहरी खाई में फिसल गया। ट्रक पर बर्फ गिरा हुआ था। तीनों बहादुरों को नश्वर अवशेष मिल गए हैं।”
18 नवंबर को भी हुआ था हादसा
बता दें कि इससे पहले माझिल सेक्टर में 18 नवंबर 2022 को भी ऐसा ही एक हादसा हुआ था। जिसमें हिमस्खलन की चपेट में आने से सेना के 3 जवानों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने हादसे के बारे में बताते हुए कहा था कि सेना की 56 राष्ट्रीय राइफल्स के 3 सैनिक नियंत्रण रेखा के पास(LOC) के पास कुपवाड़ा जिले के माझिल सेक्टर में हिमस्खलन की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौत हो गई।
पुंछ और राजौरी की घटना के बाद अर्धसैनिक बल सतर्क
बता दें कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल जम्मू कश्मीर में अतिरिक्त 18 कंपनियां तैनात करने की तैयारी में है। राजौरी में हुए आतंकवादी हमलों के बाद सीआरपीएफ ने ऐसा किया है। सीआरपीएफ ने इन सैनिकों की तैनाती पुंछ और राजौरी जिले में करने वाली है। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में दो आतंकवादी घटनाओं में दो नाबालिग चचेरे भाई बहनों समेत छह लोगों की मौत हुई थी। सीआरपीएफ की 10 कंपनियां दिल्ली से भेजी जाएंगी।
राजौरी में हम लोग हमले को लेकर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी पर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी को फायदा तब होती है जब कश्मीर में निर्देश लोग मारे जाते हैं मुक्ति ने कहा कि वे अल्पसंख्यकों के खिलाफ एक नैरेटिव चलाते हैं और कश्मीरियों को बदनाम करते हैं