Men With Big Bellies Considered Attractive: कुछ चीजें हैं जिन पर आजकल लोग बहुत ध्यान देते हैं। अगर हम बात करें फिटनेस की, तो आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग इस बात का पूरा ध्यान रखते हैं कि उनका शरीर स्वस्थ भी रहे और वह देखने में अच्छे लगें। खासतौर पर पेट के आसपास की चर्बी को लेकर उनकी चिंता सबसे ज्यादा रहती है। लेकिन एक ऐसी जगह भी है जहां पेट पर चढ़ा हुआ मांस देखकर लोग दुखी नहीं बल्कि खुशी मनाते हैं।
मोटापा यहां इज्ज़त दिलाती है
मोटापा और बढ़ी हुई तोंद ज्यादातर लोगों के लिए समस्या होती है। लेकिन अगर आप अफ्रिका के बोदी ट्राइब के लोगों के बीच पहुंच जाएं, तो यही तो उन्होंने इज्जत दिला सकती है। दक्षिणी इथोपिया में रहने वाले बोदी जनजाति के लोगों में खासकर मर्दों की बढ़ी हुई तोंद को अच्छा माना जाता है। वे इसे बढ़ाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं, ताकि जब मोटापे की प्रतियोगिता हो तो उसमें वो अव्वल आ सकें।
मोटे पेट वालों को सम्मानित किया जाता है
जितनी बड़ी तोंद उतने आकर्षक माने जाते हैं पुरुष, बोदी जनजाति के लोगों की जिंदगी में तोंद का बढ़ना खुशी की बात होती है। इथोपिया की ओमो घाटी में रहने वाले लोगों इन मर्दों की बड़ी तोंद को प्रभावशाली और खूबसूरत माना जाता है।ये लोग साल में एक बार Ka’el नाम का त्यौहार मनाते हैं, जिसमें सबसे मोटे पेट वाले मर्द को सम्मानित किया जाता है और जनजातियों लो लोगों के बीच उसे हमेशा के लिए इज्जत मिलती है। इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए मर्द दूध, दही, कच्चा खून और शहद का सेवन करते हैं। लोग 6 महीने तक तैयारी करने के बाद इस फेस्टिवल में हिस्सा लेते हैं। हैवी डाइट लेने के बाद भी अपने शरीर को प्रतियोगिता में शामिल होने के लायक बनाते हैं।
वजन बढ़ाने के लिए खून पीते हैं
यह लोग आमतौर पर अपना शरीर बनाने के लिए गाय का दूध और ताजा खून पीते हैं। गाय को इस जनजाति में पवित्र माना जाता है और इनकी भाषा में 80 अलग-अलग नामों से गायों को बुलाया जाता है। यह गाय को मारते नहीं है, बल्कि उनकी नस से उनका खून निकालते हैं और फिर से मिट्टी में बंद कर देते हैं। वजन बढ़ाने के लिए यह लोग 6 महीने तक कोई काम नहीं करते हैं, सिर्फ अपनी झोपड़ी में आराम करते हैं। वैसे तो इस जनजाति के लोग फिट होते हैं। लेकिन कंपटीशन के लिए अपना वजन बढ़ा लेते हैं। हालांकि प्रतियोगिता के बाद अपना बढ़ा हुआ पेट कुछ अपनों में ही घटा लेते हैं।