Karnataka New CM: कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद से ही कांग्रेस पार्टी में नए मुख्यमंत्री के लिए बैठकों का दौर शुरू हो गया था। पिछले 4 दिनों से चली बैठकों के बाद कांग्रेस ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक नए सीएम के नाम पर कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने मुहर लगा दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कर्नाटक के सीएम पद के लिए दो दावेदार थे। पहला पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और दूसरा कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार। लेकिन सूत्रों से आ रही खबरों के मुताबिक सिद्धारमैया ने डीके शिवकुमार को पछाड़ते हुए फिर एक बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले हैं। कल बेंगलुरु में शपथ ग्रहण कार्यक्रम हो सकता है।
4 दिनों से मुख्यमंत्री को लेकर चल रहा है मंथन
बता दें कि, कर्नाटक में सीएम बनने की रेस में सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच कड़ा मुकाबला पिछले 4 दिनों से देखने को मिल रहा था। कांग्रेस नेतृत्व के लिए मुख्यमंत्री का चुनाव करना इतना आसान नहीं था। दोनों के बीच सीएम चुनने को लेकर कांग्रेस किस तरह के उहापोह की स्थिति थी इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि नाम फाइनल होने में कांग्रेस को 4 दिन लग गए।
गुप्त मतदान के आधार पर लिया गया फैसला
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 135 सीटों के साथ शानदार जीत दर्ज की थी।उसके बाद 14 मई को बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी। जिसमें सभी विधायकों ने एकमत में प्रस्तावित पार करते हुए सीएम चुनने का अधिकार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे को सौंप दिया था। इस दौरान पर्यवेक्षकों ने विधायकों से गुप्त मतदान भी कराया था। कहा जाता है कि सिद्धारमैया भी गुप्त मतदान चाहते थे। वहीं सूत्रों से आ रही ख़बर के मुताबिक विधायकों के गुप्त मतदान में सिद्धारमैया को अधिक वोट मिले थे। इस वजह से उन्हें मुख्यमंत्री चुना गया।
इस फार्मूले के तहत होगी सीएम के नाम की घोषणा
वहीं कांग्रेस को कवर करने वाले वरिष्ठ पत्रकारों की माने तो सिद्धरमैया को मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिया गया है।विधायक दल की औपचारिक बैठक के बाद इसका ऐलान कर दिया। पत्रकारों के अनुसार कांग्रेस ने डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच मुख्यमंत्री पद का एक फार्मूला तय किया है। जिसके तहत लोकसभा चुनाव 2024 तक सिद्धारमैया मुख्यमंत्री रहेंगे। वहीं डीके शिवकुमार के पास डिप्टी चीफ मिनिस्टर के अलावा दो-तीन बड़े मंत्रालय मौजूद रहेंगे। फिर लोकसभा चुनाव 2024 के बाद विधायक दल की बैठक होगी फिर डीके शिवकुमार को बाकी बचे समय के लिए मुख्यमंत्री बना दिया जा सकता है। इस फार्मूले का अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान तो नहीं हुआ है। लेकिन कांग्रेस को कवर करने वाले पत्रकारों के बीच इसकी चर्चा चल रही है।