Brijbhushan Singh: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष सह बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए आज कड़ी सुरक्षा के बीच पहलवानों को बृजभूषण शरण सिंह के दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर ले कर आई है। मीडिया खबरों के मुताबिक दिल्ली पुलिस क्राइम सीन दिए रीक्रिएट करने के लिए वहां पहलवानों के साथ पहुंचीं है।
अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती रेफरी ने लगाया गंभीर आरोप
उधर कुश्ती के अंतरराष्ट्रीय रेफरी जगबीर सिंह का एक बयान सामने आया है। जिसमें वे बृजभूषण सिंह के खिलाफ गंभीर आरोप लगा रहे हैं।उन्होंने कहा, ‘WFI और उसके साथियों नशे में बच्चों के साथ गलत व्यवहार किया। हम सब 2013 में थाईलैंड गए हुए थे, तब पहली बार प्रेसिडेंट को इस तरह महिला के पीछे खड़ा हुआ देखा’।
जगबीर सिंह इस केस में है अहम गवाह
जगबीर सिंह इस केस में 125 अहम गवाहों में से एक हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए उन्होंने कहा- मैं देख नहीं पाया था असल में क्या हुआ था? लेकिन उसके (बृजभूषण) के हाथ पैर तो बहुत चलते थे। इधर आ जा, उधर खड़ी हो जा। उसके(महिला पहलवान) के बर्ताव से समझ आ रहा था कि उस दिन कुछ गलत हुआ है।
बता दें कि, पिछले दिनों पहलवानों ने खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मुलाकात की। खेल मंत्री के साथ मुलाकात के तुरंत बाद ही नाबालिक पहलवान के पिता ने न्यूज़ एजेंसी से बात करते हुए कहा है कि, उन्होंने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ झूठी केस दायर की थी।
“बदले की भावना से केस दर्ज कराई थी”
नाबालिक लड़की के पिता ने आगे मीडिया से बात करते हुए कहा कि, बदले की भावना में उन्होंने WFI प्रमुख बृजभूषण सिंह के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई। अब गलती सुधारना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि अदालत में नहीं बल्कि सच अभी सामने आ जाए। नाबालिग के पिता ने पीटीआई से कहा कि, सरकार ने पिछले साल हुए ट्रायल में उनकी बेटी की हार की निष्पक्ष जांच का वादा किया है, इसलिए उन्होंने सच बोलने का फैसला किया है।