Rahul Gandhi Manipur Visit: पिछले डेढ़ महीने से ज्यादा समय से हिंसा से प्रभावित मणिपुर का दौरा करने पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को स्थानीय पुलिस ने एयरपोर्ट से कुछ ही दूर आगे रोक लिया है। राहुल गांधी को इंफाल एयरपोर्ट के आगे विष्णुपुर चेक पोस्ट पर रोका गया है। इंफाल एयरपोर्ट उतरने के बाद वे चूराचांदपुर जा रहे थे। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी के काफिले को सुरक्षा कारणों से रोका गया है।
एक मीडिया चैनल से बात करते हुए कांग्रेस के संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि, “पुलिस राहुल गांधी की कार को आगे नहीं बढ़ने दे रही थी। जब कि सड़क किनारे खड़े लोग उनकी ओर हाथ हिला रहे थे। हम समझ नहीं पा रहे हैं कि उन्होंने हमें क्यों रोका है।”
इस वजह से राहुल गांधी को रोका गया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी से राज्य सरकार ने हेलीकॉप्टर से जाने को कहा था लेकिन वह हवाई मार्ग से जाने को तैयार नहीं हैं और रोड से ही जाना चाहते हैं। राज्य सरकार को इस बात का डर है कि सड़क पर रास्ते में मणिपुर की महिलाएं विरोध प्रदर्शन में खड़ी है, ऐसे में कोई अनहोनी घट सकती है। इसी वजह से राज्य सरकार ने हेलीकॉप्टर से जाने की सलाह दे रही है।
2 दिनों के दौरे पर मणिपुर पहुंचें है राहुल
कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुरुवार (29 जून) को इंफाल पहुंचे। राहुल गांधी 2 दिनों तक मणिपुर में हिंसा ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करेंगे और अपनी यात्रा के दौरान राहत शिविरों में भी जाएंगे। इसके साथ ही उनका इंफाल और चुराचांदपुर में सिविल सोसायटी के प्रतिनिधियों से भी मिलने का कार्यक्रम है।
राहुल गांधी के दौरे की जानकारी देते हुए कांग्रेस ने ट्विटर हैंडल पर लिखा गया है कि, आपके राहुल गांधी प्रेम, भाईचारा, अमन का पैगाम लेकर मणिपुर पहुंच गए हैं। कुछ वक्त में वह हिंसा पीड़ितों से मिलेंगे।
अमित मालवीय ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
वहीं राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने निशाना साधा है। मालवीय ने ट्विटर पर लिखा, जब कांग्रेस के शासन में हिंसा भड़की थी तो राहुल गांधी एक बार भी पीड़ितों से मिलने चुराचांदपुर नहीं गए थे। तब 9 युवकों की गोली मारकर हत्या कर दी गई और प्रदर्शनकारियों ने 2 वर्षो तक उनका अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था।
मालवीय ने आगे लिखा, राहुल गांधी शांति के मसीहा नहीं है। वे सिर्फ एक राजनीतिक अवसरवादी हैं जो माहौल को गर्म रखना चाहते हैं। उनकी मणिपुर यात्रा लोगों की चिंता के कारण नहीं बल्कि उनकी अपने स्वार्थ की राजनीति के एजेंडे के कारण है। यही कारण है कि किसी को उन पर या कांग्रेस पर भरोसा नहीं है।।