Supreme Court On Manipur: पिछले दो महीनों से ज्यादा समय से मणिपुर में हो रहे हिंसा और महिलाओं से बर्बरता के मामले में कार्रवाई अब तेज हो चुकी है। आज इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है। इस दौरान चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया(CJI )डीवाई चंद्रचूड़ ने सरकार से तीखे सवाल किए। उन्होंने पूछा कि, “4 मई की घटना पर पुलिस ने 18 मई को एफआईआर दर्ज की। 14 दिन तक कुछ क्यों नहीं हुआ?
सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस से पूछा, “वीडियो वायरल होने के बाद यह घटना सामने आई कि महिलाओं को नग्न घुमाया गया और कम से कम 2 के साथ बलात्कार किया गया पुलिस तब क्या कर रही थी?
‘क्या सीबीआई सबकी जांच कर पाएगी?’
सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा, “मान लीजिए कि महिलाओं के खिलाफ अपराध के 1000 मामले दर्ज हैं ।क्या सीबीआई सबकी जांच कर पाएगी? इस पर सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि जांच टीम सीबीआई की एक ज्वाइंट डायरेक्टर रैंक की महिला अधिकारी को रखा जाएगा।वहीं, सरकार की ओर से पेश हुए अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमनी ने कहा कि वह मंगलवार (1 अगस्त) को हर केस पर तथ्यों के साथ जानकारी देंगे।
कल सुबह फिर होगी सुनवाई
सीजेआई ने आगे कहा, “हमें जानना है कि 6000 FIR का वर्गीकरण क्या है, इनमें कितने जीरो FIR हैं।क्या कार्रवाई हुई है, कितनी गिरफ्तारी हुई है? हम कल सुबह फिर सुनवाई करेंगे। परसों अनुच्छेद 370 केस की सुनवाई शुरू हो रही है। इसलिए इस मामले की कल ही सुनवाई करनी होगी।इसमें सरकार की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा, “कल सुबह तक FIR का वर्गीकरण उपलब्ध करवा पाना मुश्किल होगा।”
मणिपुर में 2 महीने से ज्यादा समय से प्रर्दशन हो रहा है
बता दें कि, मणिपुर में पिछले 2 महीने से भी ज्यादा समय से जातिगत हिंसा हो रही है जिसमें अभी तक 150 से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। वही कुछ दिन पहले वहां से एक वीडियो सामने आया था जिसमें एक लड़की को पूरी तरह से निर्वस्त्र कर परेड कराया गया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद पुरे देश में इसको लेकर सरकार के खिलाफ़ लोगों ने प्रर्दशन किया। साथ इसी वीडियो के सामने आने के बाद संसद में जम कर हंगामा हो रहा है।