Rashmika Mandana on Film Animal: हाल ही में रिलीज हुई फिल्म ‘एनिमल’ बॉक्स ऑफिस पर लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है। लेकिन फिल्म को लेकर अब एक विवाद सामने आ रहा है। संदीप रेड्डी वांगा के डायरेक्शन में बनी फिल्म पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इस फिल्म को लेकर कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने महिला अधिकार से जोड़ते हुए इस पर संसद में सवाल भी उठाया। वहीं इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर फिल्म फिल्म को लेकर वार पलटवार का दौर जारी है। फिल्म में दिखाए गए वायलेंस को लेकर लोग फिल्म के एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना, एक्टर रणबीर कपूर और डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा से सवाल पूछ रहे हैं। वहीं फिल्म को लेकर उठ रहे सवाल के बीच फिल्म की एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना ने अपना पक्ष रखा है।
‘गीतांजलि बहुत स्ट्रॉन्ग है’
फिल्म एनिमल की हीरोइन रश्मिका ने इंस्टाग्राम पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट डालते हुए अपने किरदार को जस्टिफाई करते हुए दिखाई दे रही है। किरदार पर उठ रहे सवाल पर उन्होंने जवाब दिया है। रश्मिका ने लिखा कि, ‘अगर मैं अपने किरदार गीतांजलि को एक लाइन में बताऊं तो वह एक ऐसी ताकत है जो अपने पूरे परिवार को जोड़कर रखती है। वह काफी रियल, साफ, स्ट्रांग और रॉ है। इस किरदार को निभाते समय मैंने कई बार डायरेक्ट से गीतांजलि के एक्शन्स को लेकर सवाल खड़े किए, तो संदीप ने कहा कि गीतांजलि और रणविजय का रिश्ता ऐसा ही है।
‘वॉयलेंस से भरी इस दुनिया में……’
एक्ट्रेस में आगे कहा वॉयलेंस से भरी इस दुनिया में गीतांजलि शांति लेकर आती है। वह एक ऐसा पत्थर है जिसे बड़े से बड़े तूफान हिला नहीं सकता। वह भगवान से हमेशा यही दुआ करती है कि उसका पति, उसके बच्चे फैमिली सभी सुरक्षित रहे। वह अपने परिवार के लिए कुछ भी कर सकती है। मेरी नजरों में गीतांजलि बेहद खूबसूरत है जो हर वक्त अपनी फैमिली के लिए खड़ी रहती है।
बॉक्स ऑफिस पर फिल्म जबरदस्त कलेक्शन कर रही है
वही फिल्म की बात करें तो फिल्म बॉक्स ऑफिस पर जबर्दस्त कलेक्शन कर रही है। फिल्म एक हफ्ते के अंदर ही घरेलू बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिल रहा है। एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिल्म ने अभी तक 338.45 करोड रुपए का बिजनेस कर लिया है। वहीं अब फिल्म को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद अब यह देखना होगा कि इसका असर फिल्म के कलेक्शन पर कितना पड़ता है।
संसद में उठा फिल्म में दिखाए गए वायलेंस का मुद्दा
बता दें कि, पिछले दिनों संसद सत्र में चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने फिल्म को लेकर सवाल उठाया था। उन्होंने कहा था कि, सिनेमा समाज का आईना होता है। इसे देखकर हम बड़े हुए हैं। सिनेमा देखकर और युवा काफी इनफ्लुएंस होते हैं। आजकल कुछ इस तरह की फिल्में आ रही है। अगर आप शुरू करें ‘कबीर’ से लेकर ‘पुष्पा’ और अभी एक पिक्चर चल रही है ‘एनिमल’ मैं आपको कह नहीं पाऊंगी कि, मेरी बेटी के साथ बहुत सारी बच्चियां थी जो कॉलेज में पढ़ती है। सेकंड ईयर में पढ़ती है, वह आधी पिक्चर में रो कर हॉल से उठ कर चली गई।
11वीं और 12वीं के बच्चों पर हो रहा है सबसे ज्यादा असर
आखिर इतनी हिंसा, इतना वायलेंस और महिलाओं के साथ छेड़छाड़। इस तरह की चीज पिक्चर में दिखाना मुझे ठीक नहीं लगता। कबीर सिंह ही देख लीजिए। किस तरह अपनी वाइफ को ट्रीट करता है और लोग, समाज और पिक्चर भी उसको जस्टिफाई करते हुए दिखा रही है। यह बहुत ही सोचने वाला विषय है। इन पिक्चरों का इन वायलेंस का, इन नेगेटिव रोल का 11वीं और 12वीं के बच्चे पर असर होता है। वो इसे रोल मॉडल मानने लगे हैं। पिक्चरों में क्योंकि देख रहे हैं, इसलिए समाज में भी हमें इस तरह की हिंसा देखने को मिल रही है।