यूपी चुनाव के मैदान में अब किसानों के मुद्दे को भी गरमाने की कोशिश शुरू हो गई है. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत का सपा और राष्ट्रीय लोक दल को समर्थन देने का बयान सामने आने के बाद गठबंधन ने खुशी जताई. हालांकि, 24 घंटे के भीतर ही किसान नेता नरेश टिकैत अपने बयान से पलट गए. यूपी चुनाव में उन्होंने किसी भी राजनीतिक दल को समर्थन नहीं देने की बात कही. वहीं, अखिलेश यादव ने प्रदेश पार्टी कार्यालय में अन्न संकल्प लिया. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एलान किया है कि सभी किसानों को सिंचाई के मुफ्त बिजली और ब्याज मुक्त लोन दिया जाएगा. लखनऊ में प्रेसवार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों के लिए बीमा और पेंशन का भी इंतजाम किया जाएगा. इस एलान से पहले अखिलेश ने अन्न हाथ में लेकर संकल्प लेकर बीजेपी को हटाने की किसानों से अपील की. उन्होंने कहा- ‘हम सभी संकल्प लेते हैं कि किसानों पर अन्याय करने वालों को हराएंगे और हटाएंगे.’ सपा नेता ने कहा कि सपा अपने घोषणापत्र में सभी फसलों के लिए एमएसपी और गन्ना किसानों को 15 दिन में भुगतान सुनिश्चित करेंगे. 300 यूनिट फ्री बिजली देने का संकल्प पूरा करेंगे. ब्याज मुक्त लोन और बीमा भी किसानों को देंगे. इसको हम कैसे करेंगे, इसकी पूरी जानकारी हम घोषणापत्र में देंगे.
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के घोषणा पत्र जारी किए जाने के बाद सपा अपना घोषणा पत्र जारी करेगी. इस दौरान अखिलेश के साथ लखीमपुर के तेजिंदर बिर्क भी मौजूद थे. आरोप है कि तेजिंदर पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश हुई जिसमें वो घायल हो गए थे. अखिलेश ने कहा कि किसान नेताओं और किसानों को संघर्ष करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. बीजेपी ने वोट के लिए 3 कृषि कानून वापस लिए हैं. हम किसानों पर अन्याय करने वालों को हटाने का संकल्प ले रहे हैं. अखिलेश ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के नेता आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं. चंद्रशेखर से जुड़े एक सवाल पर अखिलेश ने कहा कि जब दो सीटें दी गईं तो उन्होंने स्वीकार कर लिया लेकिन फिर पता नहीं क्या हुआ उन्होंने इनकार कर दिया. ऐसे में सपा का क्या दोष है. उन्होंने कहा कि छुट्टा जानवरों के चलते सबसे ज्यादा जान यूपी में गई है.