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पकड़ने आए अधिकारीयों के डर से पेड़ पर चढ़ा युवक, अनियंत्रित होकर ज़मीन पर गिरा, हुई मौत

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Bihar News: बिहार के नालंदा से एक अजीबोगरीब खबर सामने आई है।नीतीश कुमार के मह्त्वाकांक्षी शराबबंदी कानून ने एक व्यक्ति की जान ले ली। बता दें कि, एक्साइज विभाग की  छापेमारी टीम को देखते ही डर से एक तारी का व्यापारी ताड़ के पेड़ पर चढ़ गया।फिर अनियंत्रित होकर नीचे गिर पड़ा। जिसके उसकी दर्दनाक मौत हो गई। जिसके बाद मौके पर मौजूद सभी अधिकारी वहां से फरार हो गए। जब से ये खबर सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक पहुंचा, पूरे बिहार में बवाल मच गया। लोग सीएम नीतीश को एक बार फिर शराबबंदी कानून के नाम पर घेर रहे हैं।


नीतीश कुमार के गृह जिले में हुई ये दर्दनाक घटना
ये घटना सीएम नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के चंडी थाना क्षेत्र के गगौर गांव से सामने आया है। मरने वाले युवक का नाम जितेंद्र कुमार चौधरी है जिसकी उम्र 24 वर्ष बताया जा रहा है।मृतक के पिता का नाम मृतक गनौरी चौधरी है।


जानिए क्या है पूरा मामला
शुक्रवार को छापेमारी करने के उद्देश्य से स्कॉर्पियो पर सवार उत्पाद विभाग की टीम गगौर गांव पहुंची। अधिकारियों को देख कर युवक डर से ताड़ के पेड़ पर चढ़ गया। अधिकारियों ने युवक को पेड़ से उतरने को कहा, बार-बार अधिकारियों के सवाल का जवाब देने के कारण वह अनियंत्रित होकर नीचे गिर पड़ा। जिसके बाद मौके से सभी अधिकारी फरार हो गए। आनन-फानन में ग्रामीण उसे इलाज के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल ले कर पहुंचा। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।


गांव वालों का उत्पाद विभाग की टीम पर बड़ा आरोप
गांव वालों का आरोप है कि आए दिन उत्पाद विभाग की टीम अक्सर गांव आकर लोगों को परेशान करता रहता है। जो लोग ताड़ी उतारने का काम करते हैं उनसे पुलिस और उत्पाद विभाग पैसा मांगती हैं, नहीं देने वालों को अपने साथ पूछ-ताछ के बहाने लेकर चली जाती है और वहां से जेल भेज देती है। जिसके कारण गांव वाले काफी परेशान हैं।
लागू होने के बाद से ही ये कानून सवाल के घेरे में है
बता दें कि बिहार में साल 2015 से ही पूर्ण रुप से शराबबंदी लागू है।यहां अंग्रेजी और देसी शराब के साथ-साथ तारी पर भी प्रतिबंध लगा हुआ है।इस कानून के चलते पूरे बिहार में लाखों लोग जेल में बंद हैं। नीतीश कुमार के अलावा इस कानून का विरोध नीतीश करकार में शामिल दल भी करते आएं हैं। चाहे भाजपा हो या राजद सभी ने इस कानून की समीक्षा करने की बात अक्सर करते हैं। लेकिन नीतीश कुमार अपने जिद पर अड़े हुए हैं।शराब बंदी के बाद पूरे बिहार में अवैध रुप से शराब का निर्माण हो रहा है।अब तक हजारो लोगों की जहरीली शराब से मौतें भी हो चुकी है। वहीं इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने भी सवाल उठाया था।

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