India Medicine Cure Heart Damage: कोरोना महामारी के बाद दिल की बीमारियों के बढ़ने का खतरा अधिक नजर आ रहा है। हार्ट अटैक (Heart Attack) से होने वाली मौतों में भी इजाफा देखने को मिल रहा है। यहां तक कि WHO की रिपोर्ट में भी इस बात का दावा किया गया है कि कोविड के बाद से दिल से जुड़ी बीमारियों में इजाफा हुआ है।एक स्टडी में ये बात सामने आई है कि कोरोना सार्स- कोव – 2 (SARS-CoV- 2) का एक प्रोटीन ही दिल को नुकास पहुंचा रहा है।
SARS-CoV- 2 प्रोटीन से आ रहा है हार्ट अटैक
मैरीलैंड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने पहचान कि कैसे सार्स कोव-2 यानी कोरोना वायरस एक विशिष्ट प्रोटीन हृदय के ऊतकों (Tissues) को नुकसान पहुंचाता है।इसी प्रोटीन की वजह से हार्ट बीट और हार्ट की आर्टरीज पर असर पड़ रहा है। आर्टरीज (Arteries ) में सूजन आ रही है। दिल पर पड़ रहे इस असर की वजह से हार्ट अटैक और आर्डियक अरेस्ट हो रहा है। अध्ययन में कहा गया है कि कोविड 19 से पीड़ित लोगों में संक्रमण के बाद कम से कम एक साल तक हृदय की मांसपेशियों में सूजन, दिल के असामान्य रूप से धड़कने , रक्त के थक्के , स्ट्रोक आने का जोखिम काफी अधिक रहता है।
भारतीय दवा 2DG रोक सकती है नुकसान
इस स्टडी में जहां हार्ट अटैक (Heart Attack) के होने का कारण पता चला है तो वहीं एक खुशखबरी भी सामने आई है। अध्ययन के मुताबिक, कोरोना वायरस के इस प्रोटीन को पस्त करने में भारतीय दवा असरदार पाई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक शोधकार्ताओं ने दिल को नुकसान पहुंचाने वाले कोरोना के प्रोटीन को पस्त करने के लिए कोविड 19 की भारतीय दवा 2 डीजी (2DG ) का इस्तेमाल किया। डीआरडीओ (DRDO )के सहयोग से डॉ रेड्डीज रैबोरेटरीज (Dr. Reddy’s Laboratories)द्वारा बनाई गई दवा 2 डीजी (2DG ) भारीतय दवा को फ्रूट फ्लाई और चूहों पर अध्ययन किया जिसमें पाया गया कि फ्रूट फ्लाई और चूहों में ग्लाइकोलाइसिस प्रक्रिया को रोककर वायरस को विकसित होने से भी रोका। जिससे कोरोना के कारण होने वाले हार्ट अटैक और दिल की बीमारियों को रोकने की संभावना दिखी।
सबसे सस्ती दवा है 2 डीजी
आपको बता दें कि DRDO के सहयोग से डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज द्वारा बनाई ये दवा 2 डीजी मुंह से ( ली जाने वाली दवा है। ये दवा ग्लाइकोलाइसिस की प्रक्रिया में बाधा डालती है और वायरस के विकास को रोकती है। अच्छी बात ये भी है कि 2डीजी दवा बहुत ही सस्ती है, फिलहाल दवा का भारत में कोविड के इलाज के लिए चिकित्सीय परीक्षण चल रहा है।