Bihar Hooch Tragedy: बिहार में जहरीली शराब से हुए भीषण त्रासदी में मरने वाले की संख्या बढ़कर 77 हो गई है। सबसे ज्यादा मौतें सारण जिले में दर्ज की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने सारण जिले के पड़ोसी सिवान जिले में 5 लोगों की मौत हुई है। जबकि बेगूसराय जिले में 2 लोगों की मौत हुई है। राज्य के अन्य इलाकों से भी जहरीली शराब से मरने वालों की खबर सामने आ रही हैं।
25 लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जहरीली शराब से 25 लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है। बताया गया है कि पीड़ितों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। क्योंकि 30 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इनमें से 12 की हालत गंभीर बताई गई है।
NHRC ने बिहार सरकार को भेजा नोटिस
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने हादसे को लेकर बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है। एनएचआरसी ने मीडिया में आई खबरों का संज्ञान लेते हुए, राज्य सरकार से इस मामले में जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने पुलिस की ओर से दर्ज किए गए मुकदमे की स्थिति, अस्पताल में भर्ती पीड़ितों के इलाज और पीड़ित परिवार को दिए गए मुआवजे समेत कई विवरण मांगे हैं।
216 लोगों की हुई गिरिफ्तारी
एनएचआरसी ने अप्रैल 2016 से बिहार में अवैध शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगाने की नीति को लागू करने में राज्य सरकार की विफलता को भी चिन्हित किया है। सारण जिले के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया है कि, इस सिलसिले में अब तक 216 लोगों की गिरफ्तारी किया जा चुका है।
सीएम नीतीश ने कहा, ‘जो पिएगा वो मरेगा’
इस सब के बीच बिहार के मुख्य्मंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, लोगों को सचेत रहना चाहिए यहां तो शराबबंदी है, तो कुछ गड़बड़ तो बेचेगा ही, लोगों की मौत हो जाती है। तो उसको याद रखना चाहिए कि, शराब नहीं पीना है। शराब बहुत बुरी चीज है। लेकिन फिर भी कोई पी लेता है। इसके अलावा सीएम नीतीश ने कहा- ‘जहरीली शराब से शुरू से लोग मरते हैं, इससे अन्य राज्य में भी लोग मरते हैं। लोगों को सचेत रहना चाहिए क्योंकि जब शराब बंदी है तो खराब शराब मिलेगी ही जो शराब पिएगा वह मरेगा’।
बीजेपी ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की
इस पूरे मामले पर बिहार की विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी सड़क से लेकर विधानसभा तक जोरदार तरीके से सरकार को घेरते हुए नजर आ रही है। बीजेपी नेता शराबबंदी कानून को पूरी तरह फेल बता कर इस पर समीक्षा करने की बात कह रही है। भाजपा के विधायक नेता प्रतिपक्ष विजय सिंहा के नेतृत्व में पीड़ित परिवारों से मिलने छपरा भी पहुंचे। जहां से नीतीश कुमार पर हमला करते हुए पीड़ित परिवारों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने का भी मांग की।