EC on Remote Voting: घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए बड़ी खबर सामने आई है। बता दें कि गुरुवार को चुनाव आयोग ने कहा कि घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के लिए एक शुरुआती मॉडल तैयार किया गया है। इसके जरिए लोग अपने घरों से दूर रहकर भी वोटिंग कर सकेंगे।
16 जनवरी को बुलाया गया सर्वदलीय बैठक
बता दे कि चुनाव आयोग ने रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को दिखाने के लिए राजनीतिक डालो वह 16 जनवरी 2023 को बुलाया गया है। चुनाव आयोग की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार ‘रिमोट वोटिंग’ पर एक प्रस्ताव पत्र जारी किया है। इस प्रस्ताव को लागू करने में जो भी कानूनी प्रशासनिक प्रतिक्रियात्मक, तकनीकी तथा तकनीकी संबंधित चुनौतियां आएंगी, उस पर राजनीतिक दलों के विचार मांगे गए हैं।
जानकारी के अनुसार इस मसौदे के जरिए एक रिमोट मतदान केंद्र होगा, जिससे 72 निर्वाचन क्षेत्रों में रिमोट वोटिंग की सुविधा दी जा सकेगी। आयोग का मानना है कि इस सुविधा के होने से प्रवासी मतदाताओं को वोटिंग के लिए अपने गृह राज्य नगर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। जिस जगह वे होंगे वहीं से सुविधा के जरिए मतदान कर सकेंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “रिमोट वोटिंग एक परिवर्तनकारी पहल साबित होगी”।
विदेश में रहने वाले भारतीय मतदाता के लिए भी प्रयास किया जा रहा है
इसके अलावा चुनाव आयोग एनआरआई भारतीयों के लिए मतदान को आसान बनाने की योजनाओं पर भी काम कर रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक एक आंकड़े के मुताबिक NRI की संख्या लगभग डेढ़ करोड़ हैं और उनमें से लगभग 25000 वर्तमान में भारतीय मतदाताओं के रूप में पंजीकृत हैं। हालांकि अगर ऐसे लोगों को वोटिंग की सुविधा मिलती है तो इनकी संख्या और भी हो सकती है। बता दें कि इनकी अधिकतम संख्या केरल, पंजाब, गोवा और आंध्रप्रदेश राज्यों से है।