Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में कल राज्यसभा चुनाव में बहुमत के बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी की हार हो गई। कांग्रेस के 6 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए बीजेपी उम्मीदवार को समर्थन दिया। उसके बाद से ही सुक्खू सरकार संकट में है। अब उनके एक मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफ़ा दिया। विक्रमादित्य सिंह पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। उन्होंने क्रॉस वोटिंग के लिए सीधे तौर पर सुक्खु को ज़िम्मेदार ठहराया। कहा,विधायकों की अनदेखी हुई। उनकी बात नहीं सुनी गई। कई विधायकों ने भी यही शिकायत की।
‘इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है’
हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा, “हमने पार्टी का हमेशा साथ दिया है।मैं आज सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि वर्तमान समय में मेरा इस सरकार में बने रहना ठीक नहीं है। मैंने यह निर्णय लिया है कि मैं मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं।”
‘…लेकीन सरकार नहीं गिरनी चाहिए’
बता दें कि कल राज्यसभा चुनाव के बाद राज्य में उबजे राजनीतिक संकट को दूर करने के लिए कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और कर्नाटक के डिप्टी सीएम डी के शिवकुमार को परियेक्षक बनाया है। ये दोनों वहां पहुंच कर विधायकों से बात कर मनाने की कोशिश करेंगे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों परियेक्षकों को कहा गया है कि, अगर सीएम को हटाना पड़े तो भी कोई दिक्कत नहीं लेकीन सरकार नहीं गिरनी चाहिए।
कांग्रेस सरकार पर अनुराग ठाकुर ने साधा निशाना
वहीं हिमाचल प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा, “बड़े और झूठे वादे करके सत्ता हथियाई थी। कांग्रेस के विधायकों को चेहरा दिखाना मुश्किल हो गया था, मुख्यमंत्री के यहां सुनवाई नहीं थी। कांग्रेस के विधायकों में आक्रोश बढ़ चढ़कर सामने आया है…अब वो दरार और बढ़ती हुई नजर आ रही है…ये तो होना ही था और हो रहा है।”