दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले देश में शुमार चाइना की जनसंख्या घट रही है चीन की आबादी 6 दशकों से अधिक समय से पहली बार पिछले साल घट गई है.आधिकारिक आंकड़ों ने बताया कि चीन की आबादी तेजी से घटी है चीन ने देश के जन्म दर को रिकॉर्ड स्तर पर गिरते देखा है. विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि तेजी से गिरावट आर्थिक विकास को रोक सकती है और सार्वजनिक खजाने पर दबाव पड़ सकता है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार देश में पिछले साल की तुलना में 2022 के अंत में आबादी 8,50,000 कम रही यह ब्यूरो हॉन्ग कोंग मकाउ और स्वशासी ताइवान के साथ साथ विदेशी निवासियों को छोड़कर केवल चीन की मुख्य भूमि की आबादी की गणना करता है. ब्यूरो ने बताया कि 1.041 करोड़ लोगों की मौत के मुकाबले 95.6 लाख लोगों के जन्म के साथ देश की आबादी 11.411.75 अरब रह गई है. इनमें से 72.206 करोड़ पुरुष और 68.969 करोड़ महिलाएं हैं.
संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञ 2050 तक चीन की जनसंख्या में 109 मिलियन की कमी देखते हैं, जो 2019 में उनके पिछले पूर्वानुमान की गिरावट के तिगुना से भी अधिक है. चीन की आबादी तेजी से घटने का कारण कोरोना महामारी को ही माना जाता है. चीन का मानना है कि कोरोना होने की वजह से शादियों में भी गिरावट हुई है, जिससे नए बच्चे के जन्म में वृद्धि नहीं हो पाई है. वहीं चीन में अब वापिस से कोरोना ने अपना खतरनाक रूप ले लिया है. यही वजह है कि मृत्यु दर बढ़ गई है और जन्म दर बिल्कुल कम हो गई है.
आपको बता दें कि वह पिछली बार जनसंख्या में गिरावट 1960 में हुई थी, क्योंकि देश अपने आधुनिक इतिहास में सबसे खराब अकाल से जूझ रहा था.