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Jharkhand Floor Test: ‘मैं आंसू नहीं बहाऊंगा’, विधानसभा में बोले पूर्व CM हेमंत सोरेन

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Champai Soren Floor Test: झारखंड में जारी राजनीतिक हलचल के बीच सीएम चंपई सोरेन ने आज (5 फरवरी 2024) को विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया है। विश्वास मत के पक्ष में 47 वोट पड़े हैं। वहीं इसके खिलाफ 29 वोट पड़े।झारखंड विधानसभा में कुल 81 सीटें हैं। वहीं एक सीट खाली है। इल वजह से विधानसभा में अभी बहुमत के लिए कुल 41 विधायकों का समर्थन चाहिए।वहीं आज कुल 77 विधायक विधानसभा में उपस्थित रहे और निर्दलीय विधायक सरयू राय ने मतदान में भाग नहीं लिया।वहीं वोटिंग के समय पूर्व सीएम हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे।

सीएम चंपई सोरेन ने क्या कहा?
वहीं विश्वासमत हासिल करने के बाद सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि, झारखंड विधानसभा में विश्वास मत के दौरान हमारी सरकार का समर्थन करने के लिए गठबंधन में शामिल सभी माननीय विधायकों को धन्यवाद। हमारी एकता ने राज्य को अस्थिर करने के षड्यंत्र को विफल कर दिया।हमारी सरकार हेमंत बाबू द्वारा शुरू की गई योजनाओं को गति देकर, राज्य के आदिवासियों, मूलवासियों, दलितों एवं आम लोगों के जीवन- स्तर में बदलाव लाने का प्रयास करेगी।

मैं आंसू नहीं बहाऊंगा’
झारखंड के मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन के फ्लोर टेस्ट से पहले झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, “मुझे कोई गम नहीं कि मुझे आज ED ने पकड़ा है… झारखंड मुक्ति मोर्चा का उदय झारखंड के मान, सम्मा, स्वाभिमान को बचाने के लिए हुआ है और जो भी बुरी नज़र डालेगा उसे हम मुंह तोड़ जवाब देंगे।’ हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि, “मैं आंसू नहीं बहाऊंगा, आंसू वक्त के लिए रखूंगा, आप लोगों के लिए आंसू का कोई मोल नहीं।”

‘…तो मैं उस दिन राजनीति से अपना इस्तीफा दे दूंगा’
हेमंत सोरेन ने बीजेपी और ED पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि,”यह झारखंड है, यह देश का एक ऐसा राज्य है जहां हर कोने में आदिवासी-दलित वर्गों से अनगिनत सिपाहियों ने अपनी कुर्बानी दी है। ED-CBI-IT जिन्हें देश के विशेष और काफी संवेदनशील व्यवस्थाएं कहीं जाती हैं… जहां करोड़ों रुपए डकार कर इनके सहयोगी विदेश में जा बैठे हैं, उनका एक बाल बांका करने की इनके पास औकात नहीं है। इनके पास औकात है तो देश के आदिवासी दलित-पिछड़ों और बेगुनाहों पर अत्याचार करना… अगर है हिम्मत तो सदन में कागज पटक कर दिखाए कि यह साढ़े 8 एकड़ की ज़मीन हेमंत सोरेन के नाम पर है, अगर हुआ तो मैं उस दिन राजनीति से अपना इस्तीफा दे दूंगा।”

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