यूपी में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूपी में प्रचार के रण में उतरे और काशी के कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया. बीजेपी ने प्रचार का जो मास्टर प्लान तैयार किया है. उसमें पहले डिजीटल प्रचार और फिर मैदानी जंग दोनों मोर्चे पर पुख्ता तैयारी है. और ये तैयारी बीजेपी के दो बड़े चेहरे को केंद्र में रखकर की गई है.
यूपी की चुनावी सेंधमारी में पीएम मोदी डिजिटल मोर्च पर विरोधियों का किला ध्वस्त करेंगे. तो वहीं गृहमंत्री और बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह मैदान में बीजेपी को ग्राउंड स्तर पर मजबूत करेंगे और जीत के लिए बीजेपी कार्यकर्ताओं को तैयार करेंगे.
ये दोनों नेता 22 जनवरी के बाद यूपी के सियासी समर में दांवपेंच का खेल खेलेंगे. पीएम मोदी के वर्चुअल प्रचार के ब्लूप्रिंट की बात करें तो इसके मुताबिक, पीएम मोदी हर दूसरे दिन यूपी की जनता से जुड़ेंगे और वो सरकार की योजनाओं को लेकर लाभार्थियों से बात करेंगे. इसके लिए बीजेपी ने 403 LED वैन तैयार किए हैं. यूपी की हर विधानसभा में एक LED वैन रहेगी. इसके अलावा बीजेपी ने पूरे यूपी में 27,700 शक्ति केंद्र बनाए हैं. इन सभी शक्ति केंद्रो पर एक LED टीवी लगाया जाएगा.
जहां लोग कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए पीएम की रैली से जुड़ेंगे. सूत्रों के मुताबिक, हर विधानसभा सीट पर 27 वर्चुअल रैलियां होंगी और हर रैली में अलग अलग वर्ग को टारगेट किया जाएगा. इसके अलावा जिले में बैठक करने वाले बड़े नेताओं की भी वर्चुअल रैली होगी. दूसरी तरफ 23 जनवरी से गृहमंत्री अमित शाह यूपी के मैदान में अपना दम दिखाएंगे. यूपी के सभी 75 जिलों का दौरा करेंगे दौरे के बीच चुनावी रैली और जनसभा भी करेंगे. जमीनी स्तर पर बीजेपी के कैडरों को जीत के लिए तैयार करेंगे.
बता दें कि मोदी-शाह की इस जुगलबंदी से बीजेपी को बहुत उम्मीदें हैं. क्योंकि यूपी में 2017 की बंपर जीत मोदी-शाह के कंधे से ही मिली थी. प्रचार में पीएम मोदी के अंदाज का कोई तोड़ नहीं है तो कूटनीति में बीजेपी के चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह की चालों का किसी के पास कोई काट नहीं हैं.
2017 के बाद से ही शाह और मोदी की जुगलबंदी ने बीजेपी को देश ही नहीं बल्कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बना दिया. इसी जोड़ी के दम पर 2019 में बीजेपी की दोबारा सरकार बनी और पीएम मोदी दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने. शाह-मोदी की जोड़ी हिंदुस्तान की सियासत की सबसे सुपरहिट जोड़ी मानी जाती है. ऐसे में बीजेपी को अपने इन दो बड़े नेताओं से सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं.