New CBI Director Praveen Sood: अभी पिछले कुछ दिनों से चारों तरफ कर्नाटक की चर्चा हो रही है। इसकी मुख्य वजह है कि वहां विधानसभा के चुनाव थे जिसके परिणाम कल आ गए। जहां कांग्रेस पार्टी ने शानदार जीत दर्ज करते हुए फिर से एक बार सरकार बनाने के लिए तैयार है। वहीं पिछले 5 वर्षों से सत्ता पर काबिज बीजेपी को इस चुनाव में जोरदार झटका लगा है। लेकिन चुनाव के बाद एक बार फिर से कर्नाटक की चर्चा पूरे देश में होनी शुरू हो गई है। क्योंकि कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद को सरकार ने सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI)का महानिदेशक नियुक्त किया है। कर्नाटक चुनाव के परिणाम आने के जस्ट 1 दिन बाद जब बीजेपी वहां सरकार बनाने में नाकाम होती है इसके बाद यह फैसला लिया गया है।
13 मई के शाम को नए सीबीआई डायरेक्टर की नियुक्ति के लिए हाई लेवल मीटिंग हुई थी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डी वाई चंद्रचूर और नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी शामिल हुए। बैठक में सीबीआई का नया डायरेक्टर चुनने के लिए कई नामों पर चर्चा की गई और बाद में प्रवीण सूद के नाम पर मुहर लगा दी गई।
डीके शिवकुमार ने प्रवीण सूद को ‘नालायक’ कहा था
बता दें कि, कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस के जीत के सूत्रधार रहे प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार और कर्नाटक के तत्कालीन डीजीपी प्रवीण सूद के बीच हमेशा टसल बरकरार रहती थी। डीके शिवकुमार DGP प्रवीण सूद के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए ‘नालायक’ तक कह दिया था। शिवकुमार ने कहा था कि, हमारे डीजीपी पद के लायक नहीं है। वह 3 साल से डीजीपी हैं लेकिन बीजेपी कार्यकर्ता की तरह काम करते हैं। उनके खिलाफ केस दर्ज होनी चाहिए।
शिवकुमार ने आगे कहा था कि, सूद ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर 25 से ज्यादा केस दर्ज किए हैं। लेकिन बीजेपी नेताओं पर एक भी केस दर्ज नहीं किया, हमने चुनाव आयोग से भी शिकायत की है। उन्होंने प्रवीण सूद की गिरफ्तारी तक की मांग की थी। शिव कुमार ने कहा था कि, चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनी तो सूद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन जब कांग्रेस की सरकार बनी। उससे पहले ही केंद्र सरकार कर्नाटक के डीजीपी प्रवीण सूद को वहां से हटाकर अब नई जिम्मेदारी सीबीआई प्रमुख की दे दी है।
2 साल रहेगी कार्यकाल
1986 बैच के आईपीएस आधिकारी प्रवीण सूद दो साल तक इस पद पर रहेंगे। हालांकि उनकी रिटायरमेंट मई 2024 में होनी थी लेकिन उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया है। अब वो मई 2025 में रिटायर होंगे। प्रवीण सूद इसी महीने की 25 तारीख को मौजूदा सीबीआई के डायरेक्टर सुबोध कुमार जायसवाल की जगह पदभार संभालेंगे। इस पद के लिए प्रवीण सूद के साथ-साथ मध्य प्रदेश के डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना के अलावा फायर सर्विस सिविल डिफेंस और होमगार्ड के डीजी ताज हसन का नाम भी शामिल था।
अधीर रंजन चौधरी ने किया विरोध
प्रवीण सूद के नाम का विरोध कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने किया। जो सीबीआई डायरेक्टर चुनने वाले बैठक में प्रधानमंत्री और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया(CJI) के साथ शामिल हुए थे। मीडिया खबरों के मुताबिक अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि, वह आईपीएस अधिकारी के उस पुल का हिस्सा नहीं थे, जो केंद्र में डीजीपी पद की सेवाएं दे सके।