हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस की हार के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर तंज कसा है। ओवैसी ने कांग्रेस की हार को लेकर न केवल पार्टी की कमजोर रणनीति पर निशाना साधा, बल्कि ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को लेकर भी बड़ा बयान दिया।
ओवैसी का कांग्रेस पर हमला
ओवैसी ने कांग्रेस की हार पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अपनी कमजोरियों पर आत्ममंथन करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अक्सर हार के बाद ईवीएम को दोष देती है, लेकिन अपनी अंदरूनी कमजोरियों और रणनीतिक चूकों पर ध्यान नहीं देती। ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस को हार का सामना करने के बाद हर बार ईवीएम को दोष देने की बजाय जमीनी सच्चाई को समझना चाहिए।
EVM पर ओवैसी की टिप्पणी
ओवैसी ने ईवीएम को लेकर कहा कि यह एक तकनीकी माध्यम है और इसे दोष देने से चुनाव नहीं जीते जा सकते। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को हार के बाद जनता से जुड़े मुद्दों को समझकर अपनी रणनीति सुधारने पर जोर देना चाहिए। ओवैसी का मानना है कि ईवीएम को हर चुनावी हार के लिए दोषी ठहराना सही नहीं है, बल्कि यह हार का सामना करने से बचने का एक बहाना है।
ओवैसी की पार्टी की चुनावी तैयारी
ओवैसी ने हरियाणा में अपनी पार्टी एआईएमआईएम की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। हालांकि उनकी पार्टी का हरियाणा में उतना बड़ा प्रभाव नहीं है, फिर भी उन्होंने कहा कि वह भविष्य में हरियाणा और अन्य राज्यों में अपनी पार्टी को मजबूत बनाने पर काम करेंगे। उनका कहना है कि कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों की कमजोरियों का फायदा उठाते हुए छोटी पार्टियां उभरने का प्रयास करेंगी।
कांग्रेस के लिए चुनौती
ओवैसी के बयान ने कांग्रेस के लिए एक नई चुनौती पेश कर दी है। कांग्रेस को अब अपनी रणनीति पर दोबारा विचार करने की जरूरत होगी ताकि वह भविष्य में इस तरह की आलोचनाओं का सामना न करे। साथ ही, ईवीएम को लेकर उठ रहे सवालों से भी कांग्रेस को सावधानीपूर्वक निपटना होगा, क्योंकि इससे उसकी विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है।
हरियाणा चुनाव में कांग्रेस की हार और ओवैसी के तंज ने एक बार फिर से भारतीय राजनीति में ईवीएम और चुनावी रणनीति को लेकर बहस छेड़ दी है।