Manipur Violence: मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर विपक्षी दल अब सरकार से आर-पार के मूड में दिखाई दे रही है। मणिपुर हिंसा पर संसद में प्रधानमंत्री मोदी के बयान को लेकर पिछले 6 दिनों से लगातार विपक्षी दल के सांसद सद की कार्यवाही को लगातार बाधित कर रहे हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि संसद में पहले मणिपुर के हालात पर चर्चा हो, साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद में आकर इस पूरे मुद्दे पर बयान दें, उसी के बाद संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलेगी।
काले कपड़े में संसद पहुंचें INDIA के सांसद
मणिपुर मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों के सांसदों ने आज काले लिबास में संसद पहुंचे थे जहां उन्होंने संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह जोरदार प्रदर्शन किया। वहीं विपक्षी दलों की गठबंधन इंडिया ने तय किया है कि उनका एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर का दौरा करेगा। बताया गया है कि, यह दौरा 29 और 30 जुलाई के बीच हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेगी।
20 से ज्यादा सांसदों का प्रतिनिधिमंडल करेंगे मणिपुर का दौरा
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने बताया कि, विपक्षी दलों ने 20 से ज्यादा सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल इस हफ्ते के आखिर में मणिपुर का दौरा कर हालात का जायजा लेगा। वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में मणिपुर का दौरा किया था। उन्होंने इस दौरान मणिपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों से मुलाकात की थी। राहुल गांधी के इस दौरे को लेकर भारी विवाद हुआ था।
विपक्ष ने सरकार के खिलाफ़ पेश किया अविश्वास प्रस्ताव
बता दें कि, विपक्षी दल के संसद में मणिपुर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के साथ चर्चा की मांग कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस ने मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में जारी गतिरोध के बीच लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव तक पेश कर दिया है। जिसे सदन में चर्चा के लिए मंजूरी भी मिल गई है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सभी दलों के नेताओं से बातचीत करने के बाद इस प्रस्ताव पर चर्चा के लिए तारीख तय करेंगे।