Opposition MP Suspension: संसद में हंगामा कर रहे 49 और सांसदो को आज यानी मंगलवार (19 दिसंबर 2023) को सस्पेंड कर दिया गया है। ये सभी सांसद लोकसभा के सुरक्षा में हुए चुक को लेकर लगातार हंगामा कर रहे थे। वहीं इस सत्र में अब तक विपक्षी दलों के कुल 141 सांसद शीतकालीन सत्र के बाकी बचे हुए सत्र के लिए निष्कासित किया जा चुका है। बता दें कि शुक्रवार को विपक्षी दलों के कुल 46 सांसदो को निष्काशित किया गया था। वहीं सोमवार को भी 46 सांसदो को निलंबित किया गया।
डिंपल यादव, शशि थरूर भी हुए सस्पेंड
आज सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, शशि थरूर, मोहम्मद फैसल, कार्ति चिदंबरम, सुदीप बंधोपाध्याय, डिंपल यादव और दानिश अली सहित कई विपक्षी सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र के बचे समय के लिए निलंबित कर दिया गया है। वहीं इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी, आरजेडी सांसद मनोज झा सहित कई बड़े चेहरे पहले ही सस्पेंड हो चुके हैं।
डिंपल यादव ने क्या कहा?
सांसदो के निलंबन पर सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि, “आज लगभग 40 से ज्यादा एमपी सस्पेंड हुए और कल भी लगभग 80 से ज्यादा एमपी सस्पेंड हुए हैं, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है डेमोक्रेसी के लिए। जो वातावरण हम देख रहे हैं जहां हम अपनी बात नहीं रख पा रहे संसद में, मैं समझती हूं ये फेलियर ऑफ गवर्नमेंट है।”
शशि थरूर ने क्या कहा?
लोकसभा से 40 से ज्यादा सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, “यह स्पष्ट है कि वे विपक्ष-मुक्त लोकसभा चाहते हैं और वे राज्यसभा में भी कुछ ऐसा ही करेंगे…आज, अपने सहयोगियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए, मैं भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ लेकिन जो भी उपस्थित थे उन्हें शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है, जिसका अर्थ है कि वे बिना किसी चर्चा के अपने विधेयकों को पारित करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि यह संसदीय लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है।”
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
वहीं इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “यह सरकार सही बात सुनना नहीं चाहती है। भाजपा से यह पूछना चाहिए कि वे लोकतंत्र का मंदिर बोलते हैं। हम सब अपने भाषणों में लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं। ये किस मूंह से इसे लोकतंत्र का मंदिर कहते हैं, जब ये विपक्ष को बाहर कर रहे हैं। अगर ये दूसरी बार सरकार में आ गए तो यहां बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान नहीं बचेगा।”
अधीर रंजन चौधरी क्या बोलें?
विपक्षी सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “यह संसद के अंदर अराजकता के अलावा और कुछ नहीं है…उन्हें हमारे देश की संसदीय प्रणाली पर रत्ती भर भी भरोसा नहीं है। इसलिए संसद में अराजकता, अराजकता और अराजकता के अलावा कुछ नहीं है।”