Ayodhya Ram Mandir Pran Pratistha: अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आगाज प्रातःकाल 10 बजे से ‘मंगल ध्वनि’ का भव्य वादन से होगा। 50 से अधिक मनोरम वाद्ययंत्र, विभिन्न राज्यों से, लगभग 2 घंटे तक इस शुभ घटना का साक्षी बनेंगे। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी है। न्यास के मुताबिक, अयोध्या के यतीन्द्र मिश्र इस भव्य मंगल वादन के परिकल्पनाकार और संयोजक हैं, जिसमें केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी, नई दिल्ली ने सहयोग किया है।यह भव्य संगीत कार्यक्रम हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर का प्रतीक है, जो प्रभु श्री राम के सम्मान में विविध परंपराओं को एकजुट करता है।
किस राज्य से आया कौन सा वाद्य यंत्र ?
उत्तर प्रदेश
पखावज, बांसुरी और ढोलक
कर्नाटक
वीणा
पंजाब
अलगोजा
महाराष्ट्र
सुन्दरी
उड़ीसा
मर्दल
मध्य प्रदेश
सन्तूर
मणिपुर
पुंग
असम
नगाड़ा, काली
छत्तीसगढ़
तम्बूरा
दिल्ली
शहनाई
राजस्थान
रावणहत्या
पश्चिम बंगाल
श्रीखोल, सरोद
आन्ध्र प्रदेश
घटम
झारखण्ड
सितार
गुजरात
सन्तार
बिहार
पखावज
तमिलनाडु
नागस्वरम्, तविल और मृदंगम्
उत्तराखण्ड
हुड़का