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Sandeshkhali Row: संदेशखाली मामले में तकरार जारी, जानिए ममाले में अब तक क्या-क्या हुआ

Sandeshkhali Row: संदेशखाली मामले में तकरार जारी, जानिए ममाले में अब तक क्या-क्या हुआSandeshkhali Row: संदेशखाली मामले में तकरार जारी, जानिए ममाले में अब तक क्या-क्या हुआ

Sandeshkhali Case: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से करीब 80 किलोमीटर दूर संदेशखाली सुलग रहा है।कुछ दिन पहले यहां की महिलाओं ने TMC नेता पर गंभीर आरोप लगाए और उस आरोप का सच हर कोई जानना चाहता है।  दो दिन पहले NCSC की टीम संदेशखाली गई थी और आज राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष संदेशखाली की पीड़ितों से मुलाकात की। वहीं यौन शोषण और जमीन हड़पने का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।अभी तक क्या क्या हुआ… आपको बताता हूं?

संदेशखाली में अबतक क्या क्या हुआ?

महिलाओं ने लगाया यौन उत्पीड़न और जमीन कब्जाने का आरोप

TMC नेता शाहजहां शेख पर लगाया गया आरोप

संदेशखाली में पीड़ित महिलाएं कर चुकी हैं प्रदर्शन

NCW की अध्यक्ष रेखा शर्मा पीड़ित महिलाओं से मिली

संदेशखाली पर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई

आज दो अलग-अलग बेंच में हुई सुनवाई

विशेषाधिकार कमेटी के ऐक्शन पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक

SIT गठित करने की याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज

महिला आयोग की अध्यक्ष ने पीड़ितों से की मुलाकात

वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा आज संदेशखाली का दौरा किया। पीड़ितों से मुलाकात के बाद उन्होंने सीएम ममता बनर्जी पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा, “संदेशखाली की महिलाओं को बहुत बुरी तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। महिलाओं का कहना है कि हमें समाज और पुलिस का डर है।बहुत बुरी हालत है। मेरे सामने महिलाएं रो रही हैं… मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रपति शासन के बिना कुछ हो पाएगा। पुलिस से भी डर है। आज मैं अपने संरक्षण में महिलाओं को लेकर आई हूं।”

बीजेपी मामले को जोर शोर से उठा रही है

TMC नेता पर महिलाओं द्वारा लगाए गए आरोप के बाद से सियासी उबाल जारी है। बीजेपी इस मामले को जोर शोर से उठा रही है।बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता बंगाल के साथ-साथ देश भर में इस मामले को लेकर सरकार से सवाल उठा रही है।बीजेपी के कई नेता संदेशखाली को दौरा कर चुके हैं। साथ ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पर पहुंच गया है। जिसपर आज सुनवाई हुई।

ममता बनर्जी ने तोड़ी चुप्पी

वहीं संदेशखाली मामले पर जारी विवाद पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा, “जहां प्रशासन प्रशासन की तरह काम कर रहा है वहां उन्हें अपना काम करने की स्वतंत्रता दें… हमने कैंप लगाएं हैं ताकि जिन लोगों को समस्याएं हैं वे आएं हमें बताएं और हम उसे दूर कर दें।”

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