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सोनम वांगचुक दिल्ली आने पर क्यों अड़े? बॉर्डर पर हिरासत में, आज CM Atishi Marlena से होगी मुलाकात

लद्दाख के प्रसिद्ध पर्यावरणविद और सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक हाल ही में एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं, जब उन्हें दिल्ली आते समय बॉर्डर पर पुलिस ने हिरासत में लिया। वांगचुक, जो अपने अनूठे शैक्षिक और पर्यावरणीय प्रयासों के लिए जाने जाते हैं, दिल्ली आने पर अड़े हुए थे। हालांकि, उनकी इस यात्रा को लेकर पुलिस ने एहतियात के तौर पर उन्हें सीमा पर रोका और हिरासत में लिया।

वांगचुक की दिल्ली यात्रा का कारण

सोनम वांगचुक की दिल्ली यात्रा का मुख्य उद्देश्य लद्दाख में पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय मुद्दों पर केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करना था। वे लगातार लद्दाख में हो रहे पर्यावरणीय बदलावों और ग्लेशियरों के पिघलने जैसे गंभीर मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार से लद्दाख के लिए विशेष पर्यावरणीय कानूनों की मांग की है। दिल्ली में वे इन मुद्दों पर अपनी बात रखने और सरकार से संवाद करने के लिए आ रहे थे।

बॉर्डर पर हिरासत में क्यों लिए गए वांगचुक?

दिल्ली की ओर बढ़ते हुए, सोनम वांगचुक को पुलिस ने बॉर्डर पर एहतियातन हिरासत में लिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस का मानना था कि वांगचुक की यात्रा के कारण कोई संभावित विरोध या बड़ी भीड़ जुट सकती है, जिससे दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर असर पड़ सकता है। हालांकि, यह हिरासत अस्थायी थी, और वांगचुक को आगे की बातचीत के बाद रिहा कर दिया गया।

01 10 2024 sonam wangchuk detained 23807685

CM आतिशी से मुलाकात

दिल्ली की मुख्यमंत्री Atishi Marlena आज सोनम वांगचुक से मुलाकात करने वाली हैं। यह मुलाकात वांगचुक की पर्यावरणीय मांगों और लद्दाख के विकास के मुद्दों पर चर्चा के लिए होगी। आतिशी के पास शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने का अच्छा अनुभव है, और यह माना जा रहा है कि वांगचुक के साथ उनकी बातचीत से लद्दाख के मुद्दों पर सार्थक कदम उठाए जा सकते हैं।

वांगचुक का संघर्ष और पर्यावरणीय काम

सोनम वांगचुक ने लद्दाख में शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया है। उन्होंने स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) की स्थापना की, जो स्थानीय छात्रों को प्रायोगिक और पारंपरिक शिक्षा प्रदान करने पर केंद्रित है। इसके अलावा, उन्होंने ग्लेशियरों के संरक्षण के लिए ‘आइस स्तूप’ जैसी परियोजनाओं पर भी काम किया है। उनके प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है।

सोनम वांगचुक का दिल्ली आने का मकसद लद्दाख के पर्यावरण और स्थानीय समुदाय के लिए मजबूत कानूनी ढांचे की मांग करना था। हालांकि पुलिस ने उन्हें एहतियातन हिरासत में लिया, लेकिन उनके मुद्दों को सरकार के समक्ष रखने की प्रक्रिया जारी है। आज मुख्यमंत्री आतिशी के साथ उनकी मुलाकात से लद्दाख के भविष्य के लिए सकारात्मक कदम उठाए जाने की उम्मीद की जा रही है।

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