Surya Grahan: दिवाली के ठीक दूसरे दिन यानी कि 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगेगा। ऐसे में ज्योतिषियों ने लोगों को संभलकर त्यौहार मनाने की अपील की है, क्योंकि ग्रहण का सूतक काल आज रात दिवाली के बाद से ही लग जाएगा।
दिवाली के तुरंत बाद सूर्य ग्रहण क्यूं ?
दिवाली का त्यौहार कार्तिक अमावस्या को मनाया जाता है। इस साल कार्तिक अमावस्या 24 अक्टूबर को शाम 5:27 पर ही शुरू हो गई है, और 25 अक्टूबर को शाम 4:18 तक रहेगी। 25 अक्टूबर को ही साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगेगा। इसलिए दीपावली का त्यौहार सूतक काल से पहले मना लेना ही उचित है।
भारत में साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को दोपहर 2:29 से आरंभ हो जाएगा। लगभग 4 घंटे 3 मिनट तक रहेगा। ग्रहण का समापन 6:32 पर होगा। ग्रहण से करीब 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। सूतक काल में किसी भी तरह से मांगलिक कार्य नहीं किए जाते। मंदिर के कपाट बंद रहते हैं।
क्योंकि ग्रहण का सूतक काल 12:00 बजे पहले लग जाता है इसलिए आगामी ग्रहण का सूतक दिवाली के रात करीब 2:30 बजे से शुरू हो जाएगा। इसके बाद आप किसी तरह का शुभ कार्य नहीं कर पाएंगे। यही वजह है कि इस बार गोवर्धन पूजा दिवाली के अगले दिन के बजाए दूसरे दिन होगी। ऐसा 27 साल बाद होगा जब ग्रहण की चलते गोवर्धन पूजा दिवाली के बाद एक दिन छोड़कर मनाई जाएगी।
भारत में कहां कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण?
साल का अंतिम सूर्य ग्रहण यूरोप, नॉर्थ ईस्ट अफ्रीका और वेस्ट एशिया में दिखाई देगा। भारत की बात करें तो साल का अंतिम सूर्य ग्रहण को नई दिल्ली, बेंगलुरु ,कोलकाता ,चेन्नई, उज्जैन वाराणसी और मथुरा जैसे शहरों में दिखाई देगा। मेघालय के दाएं और असम राज्य के गुवाहाटी के आसपास के बाएं हिस्से में यह सूर्य ग्रहण नजर नहींआएगा।