खाने में नमक काफी अहम भूमिका निभाता है. नमक एक ऐसी चीज है जो खाने के सभी फ्लेवर को बांधकर रखता है. अगर जरा सी नमक में ऊंच-नीच हो जाएं तो सारा स्वाद ही बिगड़ जाता है. सोडियम का सबसे कॉमन सोर्स नमक है. खाने में टेस्ट लाने के साथ ही सोडियम बाइकार्बोनेट और मोनोसोडियम ग्लूटामैट में भी सोडियम पाया जाता है. सोडियम शरीर में ब्लड प्रेशर और ब्लड वॉल्यूम को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा सोडियम नर्वस फंक्शन में भी अहम भूमिका आता है.
ऑस्टियोपोरोसिस का बढ़ सकता है खतरा
लेकिन जरूरत से ज्यादा नमक शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है अत्यधिक मात्रा में सोडियम का सेवन करने से यूरिन में कैल्शियम की मात्रा काफी बढ़ जाती है, जिससे आपको किडनी से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसके अलावा शरीर में सोडियम की मात्रा अधिक होने से ओस्टियोपोरोसिस का खतरा भी बढ़ने लगता है.ऑस्टियोपोरोसिस हड्डी का एक रोग है जिससे फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है.
शरीर में सोडियम की मात्रा कम करने से ब्लड प्रेशर और दिल से संबंधित बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है. शरीर में सोडियम को कम करने का सबसे अच्छा उपाय यह है कि आप हाई सोडियम युक्त चीजों का सेवन ना करें.आप फलों का सेवन करें क्यों कि फलों में सोडियम की मात्रा वैसे ही कम पाई जाती है.
इन फलों के सेवन से बीपी करें कंट्रोल
सेब-फलों मैं स्वाभाविक रूप से सोडियम की मात्रा कम होती है और पोटैशियम ज्यादा पाया जाता है.इस में से सेब में सोडियम की मात्रा काफी कम पाई जाती है. सेब में फैट कम होता है और विटामिन सी और फाइबर का अच्छा स्रोत होता है.
खीरा भी सेहत के लिए काफी हेल्दी माना जाता है, क्योंकि इसमें कैलोरी सोडियम और फैट ना के बराबर होता है एक कप खीरे में 3 ग्राम सोडियम होता है, जिसके चलते आप इसका दिल खोलकर सेवन कर सकते हैं, खीरे में पानी का लेवल काफी हाई होता है जिस कारण यह शरीर को हाइड्रेट करता रहता है.
खाने में नमक की बजाय नींबू का इस्तेमाल कीजिए क्योंकि इसमें सोडियम की मात्रा को कम करने की क्षमता होती है.