Hathras DM: यूपी के एक जिले की डीएम देश भर के लोगों के लिए मिशाल बन गई है। डीएम ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिसकी चर्चा अब चारों तरफ हो रही है। हम अक्सर सुनते रहते हैं कि, कोई भी बड़ा अधिकारी अपने बच्चों को बड़ा से बड़ा स्कूल में पढ़ने के लिए भेजते हैं। लेकिन यूपी की इस अधिकारी ने एक ऐसा कदम उठाया है जो देश के अन्य सरकारी बाबू के लिए बड़ा संदेश है। डीएम साहिबा ने अपने बच्चे को किसी बड़े प्ले स्कूल में भेजने की जगह सरकार द्वारा संचालित आंगनबाड़ी में भेजने का फैसला किया है। अब उनकी इस कदम की चर्चा चारों ओर खूब हो रही है।
इस जिले की डीएम ने ऐसा कदम उठाया
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले की डीएम अर्चना वर्मा ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में भेजने की जगह अपने सरकारी आवास के पास में बने आंगनबाड़ी केंद्र में भेजने का फैसला किया है। उनकी इस कदम की लोग तारीफ कर रहे हैं। साथ ही अन्य अधिकारियों को उनसे सीख लेने की सलाह दे रहे हैं। उनका बेटा अब रोज आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर पढ़ाई करता है। साथ ही वहां पढ़ रहे बच्चों के साथ बैठकर ही खेलते कूदता है।
कतार में बैठ कर खाता है मिड डे मील
डीएम साहिबा का बेटा अभिजीत रोज गांव के ही आम बच्चों के साथ आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ाई करता है। वहीं बच्चों के साथ कतार में बैठकर मिड डे मील भी खाता है। साथ ही गांव के बच्चों के साथ ही वह खेलता कूदता भी है। आंगनबाड़ी केंद्र में उस बच्चे के साथ वैसा ही व्यवहार किया जाता है जैसे अन्य बच्चों के साथ किया जाता है। अब डीएम साहिब के बेटे की आंगनवाड़ी में पढ़ते हुए तस्वीर सामने आई है। जिसकी चर्चा खूब हो रही है। लोग फोटो को सोशल मीडिया पर खूब शेयर कर रहे हैं। साथ ही डीएम साहिबा की तारीफ की पुल बांध रहे हैं।
आंगनबाड़ी में लगी लोगों की भीड़
आंगनबाड़ी केंद्र में कुल 34 बच्चे पढ़ाई करने के लिए जाते हैं। अब इस आंगनबाड़ी केंद्र में डीएम के बच्चे के एडमिशन के बाद लगातार बच्चों की संख्या बढ़ती हुई नजर आ रही है। गांव की तमाम महिलाएं डीएम के बच्चों को देखने के लिए स्कूल में आती है। लोग तो यह भी कहते हैं कि डीएम हो तो ऐसा हो।